चलो सुनें उस आवाज़ को, जिसे नहीं सुना अब तक, चलो वो एहसास लें, जो नहीं लिया अब तक,
हर धड़कन की ध्वनि अलग है, क़दमों का मनोबल प्रबल है, है तरंगित रोम रोम, एकाग्रचित हर दृष्टि है, मन आनंदित है, प्रफुल्लित है…
दस साल पहले तक सोशल नेट वर्किंग का चस्का इतना नहीं था, ना किसी ने सोचा था की future में ज़्यादातर लोगों का, सुबह का प्रेशर नोटिफ़िकेशंज़ पढ़े बिना नहीं बनेगा
Hi, I am Amit voice of, ummm voice of, वो….voice of… जी हाँ मैं चाहता हूँ ऐसा introduction देना… पर साला किसी को घंटा फ़र्क़ नहीं पड़ता. कभी कभी तो लगता है जैसे सिर्फ़ एक मैं ही…